कलियुग का रावण-व्यंग्य रचना डॉ मुकेश 'असीमित' October 2, 2025 व्यंग रचनाएं 1 Comment अख़बार ने लिखा — इस बार रावण ‘मेड-इन-जापान’! पुतला बड़ा, वाटरप्रूफ, और दोनों पैरों से वोट माँगने तैयार। हम रोते नहीं, तमाशा देखते हैं: रावण… Spread the love
मेरा लोकतंत्र महान -व्यंग रचना डॉ मुकेश 'असीमित' June 6, 2024 हिंदी लेख 0 Comments हे प्रजातंत्र के प्रहरीगण, लोक तंत्र के इस विशाल नाटक का पटाक्षेप हो गया है. नाटक जहाँ झूठे वायदों की दुंदभी के आगे सच्चे संकल्प… Spread the love