Login    |    Register
Menu Close

उत्सवों का देश: स्मृति से पुनर्जागरण तक

“एक भावात्मक चित्र जिसमें भारत के नक्शे के भीतर दीप, तुलसी-विवाह, गोवर्धन की गोबर-आकृति, झूले, अलाव और शंख के अमूर्त प्रतीक तैरते हैं—बीच में ‘देव उठान’ का चंद्राकार चिह्न, जो स्मृति और उत्सव के पुनर्जागरण का संकेत देता है।”

— डॉ. मुकेश ‘असीमित’

📚 मेरी व्यंग्यात्मक पुस्तकें खरीदने के लिए लिंक पर क्लिक करें – “Girne Mein Kya Harz Hai” और “Roses and Thorns
Notion Press –Roses and Thorns

📧 संपर्क: [email protected]

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *