‘ परिस्तिथी ‘ Hindi Kavita-Mahadev Premi

कहा जाता है समय और परिस्थिति सदैव पक्ष में हो ज़रूरी नहीं!हमारा नज़रिया जैसा होता है व्यवहार भी उसी तरह का होने लगता है | अंततः ये हमारे द्वारा किये जाने वाले सृजन को प्रभावित कर ही लेता है | लेखक ले कर आये है परिस्थितियों के अपने नजरिये को कविता के माध्यम से

‘ परिस्तिथी ‘

हंसते हुए चेहरे का मतलव,
ये नहीं कि,
उनकी जिन्दगी में,
दुखों की धूप नहीं हो,
और दुखों को सहने की शक्ती भी न हो,
इनमें समयानुसार,
धैर्य पराकृम और साहस की,
प्रबलता है,
इसीलिये हर परिस्तिथी में,
अपने आप को सम्हालने,
की क्षमता है।

How to make your business online on Fotokart-Free Open marketplace app -  YouTube
Sell online without any investment and commission

Mahadev Prashad Premi

साहित्यिक नाम-महादेव प्रेमी जन्म स्थान-ग्राम परीता स्थाई पता- संजय कालोनी…

साहित्यिक नाम-महादेव प्रेमी जन्म स्थान-ग्राम परीता स्थाई पता- संजय कालोनी गर्ग होस्पीटल गंगापुर सिटी ,स0 मा0 (राज0)322201 मोबाईल 9667627720 संप्रति:चिकित्सा कर्मी कार्य क्षेत्र:चिकित्सा कार्य लेखन विधा-गजल,गीत,कविता और पहेली लेखन आदि प्रकाशन:(1)”बूझोबल” पहेली संग्रह प्राप्त सम्मान:कई सामाजिक व साहित्यिक सम्मान प्राप्त लेखनी उद्देश:सामाजिक विसंगतियों पर लिखना प्रेरणा पुञ्ज:स्वयम एवम अन्य लेखक रुचियां: साहित्य लेखन/अध्यापन

Comments ( 0)

Join the conversation and share your thoughts

No comments yet

Be the first to share your thoughts!