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एक रंगीन चित्र जिसमें भक्त लाल चुनरी ओढ़े दीपक जलाते हुए मां दुर्गा को पुकार रहा है, मां अपने नौ रूपों में आकाश से प्रकट हो रही हैं, वातावरण में भक्ति और प्रकाश का समन्वय है।

तेरा लाल मां तुझे पुकारे

कविता “तेरा लाल मां तुझे पुकारे” मां और पुत्र के भावनात्मक रिश्ते का सुंदर चित्र है। इसमें भक्त पुत्र अपने लाल वस्त्रों, फूलों, चुनरिया और…

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एक रंगीन व्यंग्यात्मक कैरिकेचर जिसमें एक नेता मंच पर आंख मिचमिचा रहा है, पीछे सूरत शहर की झलक है, और जनता ताली बजाने की बजाय सीटें घुमा रही है।

आउल जी को भेंट-हास्य व्यंग्य कविता

सूरत की राजनीति में खानदानी गुरुर ने ऐसा पेंच फँसाया कि ‘बाई’ की जगह ‘राड’ निकल गया। जनसभाओं में गुणगान करते-करते सीट हाथ से निकल…

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"हास्यप्रद कार्टून कैरिकेचर जिसमें एक मिडिल क्लास आदमी पन्नी चढ़ा टीवी रिमोट पकड़े बैठा है, फ्रिज में एवोकाडो रखा है, दीवार पर दूध का हिसाब वाला कैलेंडर टंगा है और बिस्तर पर मोटी इंग्लिश किताब रखी है। व्यंग्यपूर्ण माहौल।"

अमीर दिखने का विज्ञान-हास्य व्यंग्य रचना

अमीर दिखना अब कोई मुश्किल नहीं, बस सही नुस्ख़े चाहिए। घर की सफ़ाई से लेकर कॉफी कप, फ्रिज के एवोकाडो और कॉलर वाले नाइट सूट…

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“व्यंग्यात्मक चित्रण – एक व्यक्ति गर्व से हाथ में आईफोन लिए मॉल में घूम रहा है, आईफोन जेब से झांक रहा है, और सामने एंड्रॉयड वाले लोग आश्चर्य व हीनभाव से देख रहे हैं।”

मैंने आईफोन क्यों लिया?-हास्य व्यंग्य रचना

“आईफोन क्यों लिया?” इस सवाल का जवाब तकनीकी फीचर्स नहीं, बल्कि स्वैग है। लेखक व्यंग्य में बताते हैं कि आईफोन खरीदने के बाद आत्मविश्वास भी…

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अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर बुजुर्ग दंपति – अनुभव और मार्गदर्शन की मिसाल, जो सम्मान, सहयोग और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक हैं।”

वरिष्ठ नागरिक दिवस-बुजुर्गों के प्रति सम्मान, सहयोग और सामाजिक जिम्मेदारी का दिवस

पहली अक्टूबर को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हमारे समाज के उन वरिष्ठजनों को समर्पित है जिनके अनुभव और मार्गदर्शन के बिना वर्तमान और…

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"एक रंगीन व्यंग्यात्मक लाइन–चित्र: मंच पर खाली कुर्सियाँ हैं, लेकिन मोबाइल स्क्रीन पर कवि ताज पहनकर बैठे हैं। एक तरफ फेसबुक कविराज अंगूठा उठाए दिख रहा है, ट्विटरबाज पक्षी के पंखों संग ट्वीट उगल रहा है, बीच में सेल्फी–क्वीन दण्डी पकड़े इठला रही है, और पीछे रसगुल्ला खाते कविगण मुस्कुरा रहे हैं। सत्य एक कोने में उदास बैठा जम्हाई ले रहा है।"

अथ खालीदास साहित्यकथा-हास्य व्यंग्य रचना

“अथ खालीदास साहित्यकथा” आज के साहित्य की खिचड़ी परोसती है। फेसबुकिये कविराज, ट्विटरबाज महंत, सेल्फी–क्वीन और रीलबाज कविगण – सब मंच से उतरकर मोबाइल स्क्रीन…

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An abstract surreal artwork of Rama and Ravana — Ravana’s dissolving shadow heads against Rama’s luminous calm by the ocean, Mandodari’s silhouette, and a cosmic balance in the sky, symbolizing desire versus restraint.

दशहरा 2025: क्यों रावण जलता है और राम पूजित होते हैं? एक दार्शनिक विमर्श

दशहरा केवल पुतलों का त्योहार नहीं, यह मनुष्य के भीतर छिपे रावण और राम के बीच की लड़ाई है। रावण के पास सामर्थ्य, ज्ञान और…

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कार्टून: मेले में ‘Made-in-Japan’ रावण का वाटरप्रूफ पुतला मंच पर चमक रहा है; सामने बच्चे खिलौने लेकर खुश, आयोजक चुपचाप चेक बाँटते; पुतले के पीछे छिपा एक मुस्कुराता शैडो-आदमी असली रावण को दर्शाता है — व्यंग्यात्मक और रंगीन।

कलियुग का रावण-व्यंग्य रचना

अख़बार ने लिखा — इस बार रावण ‘मेड-इन-जापान’! पुतला बड़ा, वाटरप्रूफ, और दोनों पैरों से वोट माँगने तैयार। हम रोते नहीं, तमाशा देखते हैं: रावण…

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"व्यंग्यात्मक कार्टून लाइन आर्ट: पति किताबों और कैमरे के कबाड़ को बचाने की कोशिश में, जबकि पत्नी दिवाली सफाई के नाम पर कबाड़ी बुलाने को तैयार। अलमारियों में साड़ियाँ, किताबें और कैमरे एक-दूसरे से भिड़े पड़े हैं।"

दिवाली की सफाई: घर, किताबें और कबाड़ी वाला – एक व्यंग्य

दिवाली का असली मतलब घर की महिलाओं के लिए सफाई है। और सफाई सिर्फ झाड़ू-पोंछा नहीं, बल्कि पति के शौक की चीज़ों को कबाड़ी वाले…

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“लाइन-आर्ट कार्टून जिसमें डीजे की तेज़ धुन पर लोग डांडिया खेल रहे हैं, माँ दुर्गा की मूर्ति प्रायोजक बैनरों के पीछे दब गई है, बाहर पानी भराव और ट्रैफ़िक, और लोग सेल्फ़ी ले रहे हैं—उत्सव की चमक में छुपी विडंबना।”

गरबा का थोथा गर्व-व्यंग्य रचना

नवरात्रि आते ही शहर गरबा-डांडिया के बुखार में तपने लगता है। भक्ति पीछे, डीजे आगे—फ़ैशन शो, सेल्फ़ी, और सार्वजनिक रोमांस! माँ दुर्गा कोने में दो…

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