नववर्ष मंगलमय (नववर्ष विशेष) -व्यग्र पाण्डेय
नव वर्ष मंगलमय -हिंदी कविता नव बर्ष विशेस कवी सम्राट व्यग्र पाण्डेय द्वारा रचित
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नव वर्ष मंगलमय -हिंदी कविता नव बर्ष विशेस कवी सम्राट व्यग्र पाण्डेय द्वारा रचित
डा बुद्धिप्रकाश द्वारा लिखित यह रोचक स्मरण मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के कुछ प्रारंभीक दिनों की खट्टी मीठी यादो को तरोताजा कर देता है ऐसे ही लेख कविता आदि के लिए जुड़े रहिये बात अपने देश की से
."एक बार फिर अपने बचपन के पन्नो को पलटिये, सच में फिर से जी उठेंगे।पढ़िए डा बुद्धि प्रकाश द्वारा लिखित यह रोचक लेख जो आपको बचन की मीठी स्मृतियों में गोटा लगाने को मजबूर कर देगा
Early 6 years of village / school and life -Dr Buddhiprakash Being born in a village and spending your childhood there is a different pleasure. Waking up early in the morning, filling a lota from the house and meeting with friends on a nook and then making a circle in the fields and targeting each […]
क्या आप जानते हैं – – कि आपकी दो आँखें आपके मस्तिष्क के संचार संस्थान के दो दूरदरर्शन स्टूडियों है जिनमें (हर आँख में) 1 करोड़ 80 लाख डिजिटल कैमरे लगे होते हैं। आँख के पिछले भाग में स्थित दृष्टि–पटल (रेटिना) में रोड्स (दण्ड) और कोन्स (तिकोण) कैमरे होते हैं। 60 लाख रंगीन तिकोन कैमरे […]
कोई जीव या प्राणी अपने से बाहरी जगत से संपर्क और संवाद किये बिना जीवित नहीं रह सकता। प्रकृति से संपर्क-संवाद अपना अस्तिव बनाये रखने के लिए, और प्रजाति से संवाद जीव की प्रजाति को शाश्वत बनाये रखने के लिए आवश्यक है। पढ़िए इसी सन्दर्भ में डा एस जी काबरा द्वारा लिखित लेख बात अपने देश की पर .अपने लेख विचार कविता आदि प्रकाशन के लिए संपर्क करे 8619811757 पर
*समस्त पिता एवं पुत्रो को समर्पितएक रचना अज्ञात श्रोत से मिली है. आप सभी को पसंद आएगी. ऐसे ही विचार लेख कविता आदि के लिए जुड़े रहिये बात अपने देश की से
आपके प्राण प्राणवायु वाहक लाल रक्त कण क्या आप जानते हैं – – कि शरीर की प्रत्येक कोशिका (सेल) अपने आप में एक जीव होती है, उसका एक व्यवस्थित न्यूक्लियस नामक सेक्रेटेरियट होता है जहां हजारों ‘जीन’ अधिकारी जैविक संचालन करते हैं। माईट्रोकोंड्रिया नामक पावर हाउस होते हैं जहां आक्सिजन से उर्जा उत्पन्न होती […]
जानिये मस्तिष्क की अद्भुत कार्यप्रणाली के बारे में,अविश्वसनीय पर सच और चौंकाने बाली जानकारी जो एक बार तो आपके अब तक के संचित ज्ञान को झकझोर देगी. ख़ूबसूरत लेख प्रसिद्ध चिकित्सक विचारक शिक्षक डा एस जी काबरा द्वारा लिखित
दिल तो पागल है, दिल दीवाना है डॉ.श्रीगोपाल काबरा क्या आप जानते हैं – – कि दिल के चारों खानें रक्त से भरे होते हैं लेकिन खुद दिल को अपनी आक्सीजन और ऊर्जा की आवश्यकता के लिए रक्त यहां से नहीं मिलता। जल बिच मीन पियासी। – कि जैसे शरीर के बाकी अंगों को रक्त […]