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कुंवारा लड़का,दुखी बाप -व्यंग रचना

ओपीडी में एक सनकी मुठभेड़ में, एक अघोषित आगंतुक, निश्चित रूप से एक परिचित चेहरा, दिनचर्या को बाधित करता है। बिना किसी अपॉइंटमेंट या पंजीकरण…

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समकालीन भारत में हास्य-व्यंग्य की पुनर्परिभाषा

हास्य-व्यंग्य: इक्कीसवीं सदी में सामाजिक दर्पण

इक्कीसवीं सदी में, जहां विश्व नित नवीन परिवर्तनों की गोद में खेल रहा है, वहीं हास्य-व्यंग्य की विधा ने भी अपने आवरण को नवीनतम रूप……

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मैं और मेरा आलसीपन –अक्सर ये बातें करते हैं

“वास्तव में, आलस्य और मेरे मध्य ऐसा अटूट बंधन है, जैसे कि आत्मा और शरीर का होता है, जो केवल महाप्रलय में ही छूट पाएगा,…

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मै और मेरा मधुमेह रोग -मेरे संस्मरणों से

प्रस्तुर है एक व्यंगात्मक रचना , शायद मेरी तरह आप में से कई भी इस लाईलाज बीमारे से ग्रसित हों, में मेरी दिनचर्या में, जो…

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एक टूटा हुआ दिल, उसके पीछे धुंधले चेहरों की परछाइयाँ — जो लालच और स्वार्थ के प्रतीक स्वरूप बिखरे हैं।

रिश्ते -कविता हिंदी रचियता महादेव प्रेमी Hindi Poem Rishte

जब रिश्तों में स्वार्थ और लोभ का ज़हर घुल जाता है, तब वर्षों से सहेजे संबंध भी टूटने लगते हैं। मनुष्यता की नींव पर जब…

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कचरे का अधकचरा ज्ञान –व्यंग रचना

यह व्यंग्य रचना शहरी कचरा समस्या और समाज के उदासीन दृष्टिकोण की गहराई में उतरती है। शहरों में बढ़ती कचरा समस्या न केवल पर्यावरणीय चिंताओं…

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chuglee ghutee

चुगली घुट्टी –आओ चुगली करें – व्यंग रचना

चुगली घुट्टी –आओ चुगली करें – व्यंग रचना आज हम बात करेंगे एक बहुत ही दिलचस्प शब्द जिसे सुनकर आपका दिल गुदगुदा जाएगा – “चुगली”।……

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Antardwand -poem

अंतर्द्वंद -कविता रचना -डॉ मुकेश

अंतर्द्वंद का यह संसार, मन के विराट आकाश में,  जहाँ चिंतन की गहराइयों में बसती है एक अनकही पीड़ा।  मनुष्य की अनगिनत अपेक्षाएँ, समाज के……

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तेरा दुःख तेरा ही होगा-कविता रचना-डॉ मुकेश गर्ग

“तेरा दुःख तेरा ही होगा “इस कविता के माध्यम से, यथार्थ को अपनाने और स्वयं के साथ खड़े होने की प्रेरणा देने का प्रयास किया……

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